दिल्ली पुलिस को बधाई.... तीनो आपराधियों को पकड़ने के लिए पर मेरा एक निवेदन यह भी है कि कुछ ऐसी सजा का प्रावधान किया जाये कि लोग ऐसा जघन्य अपराध करने से पहले एक हजार बार सोचे.....ताकि हमारी माताएं, बहने अपने आप को सुरक्षित महसूस करें.....
देश कि पुलिस एक ऐसा कदम उठाय कि आपराधियो के छोड़ कर भारत कि जनता उनसे कभी भी अपनी बात कह सकें...जैसे एक दोस्त को हर दुःख सुख का सजी किया जाता है ठीक वैसे हे पुलिस से हम अपनी बात रख सकें....
मैं खुद एक बात कहूँगा कि किसी भी पुलिस वाले से बात करते हुए एक डर सा लगता है जो गलत है आखिर जब कोई गुनाह नहीं किया तो ऐसा होना चाहिए कि पुलिस को हम कभी भी जा कर मिल सके और अपने साथ हो रहे किसी भी गलत कार्य को उनको बता सके और वो भी ऐसे हो कि सच को देख कर तुरंत निर्णय लेने में सक्षम हो
"जय हो दिल्ली पुलिस की"
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